काम करने के साथ-साथ ध्यान ( सजगता )

सजगता कैसे बढ़ाए ?

MEDITATION TECHNIQUES

9/30/20241 मिनट पढ़ें

इस विधि के प्रयोग में आप ककड़ी, खीरा, मूली, गाजर, जो भी उपलब्ध हो उसी पर प्रयोग कर सकते है। उपरोक्त में से कोई भी सब्जी ले लीजिए, उसे चाकू के साथ बारीक से बारीक काटे, अब आपने इसको जल्दी-जल्दी में काट लिया है। परन्तु आपने कोई ध्यान नहीं दिया, यदि आपने थोड़ा-सा भी ध्यान दिया है, तो सोचे कहीं ऐसा तो नहीं है, कि जब आप सब्जी काट रहे थे तब हाथ और चाकू के काम में आपके दांत भी सहयोग कर रहे थे। आपके मस्तिष्क में खिंचाव महसूस हो रहा होगा ऐसा ही होता है। परन्तु डरने की बात नहीं है, आपने अभी तक ऐसा ही किया है, अब आप इस विधि से सब्जी कांटे।

ध्यान रहे खीरा, ककड़ी, मूली, गाजर, लौकी कोई भी ले, परन्तु उसके बाद वह खाने में प्रयोग हो जाए अर्थात जो भी आपको सलाद में पसंद है, उसी पर अनुभव करें। ताकि आपका ध्यान भी हो जाए और आपका खाना भी बन जाए। अब आप कोई एक सब्जी ले तथा धीरे-धीरे चाकू से काटना शुरू करें। यह ध्यान रखे जैसे मुक्के (जो पहले वाले ब्लॉग में बताया जा चुका है ) बनाने में सारे शरीर की ताकत प्रयोग करते थे, वैसे ही यहाँ भी ध्यान रखना है, कि यह काम हाथ का है, दांत का नहीं, आप यह ध्यान रखे जब आप चाकू से सब्जी काट रहे है। तब दांतो पर जोर नहीं आना चाहिए। आप देखेंगे धीरे-धीरे आप बहुत हल्का महसूस कर रहे है। और आपको अपने पर आश्चर्य भी हो रहा होगा, और हंसी भी आ रही होगी कि बिना काम कितनी ताकत ऐसे ही खराब चली जाती है। आप जितनी आंतरिक शक्ति बचाएंगे उतना ही आपकी यात्रा सुचारु चलती रहेगी।

जीवन ऊर्जा को व्यर्थ न बहाए !