रिबर्थिंग ब्रीदवर्क (Rebirthing Breathwork)
MEDITATION TECHNIQUES
5/11/20251 मिनट पढ़ें
रिबर्थिंग ब्रीदवर्क (Rebirthing Breathwork)
रिबर्थिंग ब्रीदवर्क (Rebirthing Breathwork) एक विशेष ध्यान और श्वास तकनीक है, जिसका उद्देश्य शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक शुद्धि के माध्यम से आंतरिक मुक्ति प्राप्त करना है। इसे "कॉन्सियस कनेक्टेड ब्रीदिंग" (Conscious Connected Breathing) भी कहा जाता है। यह तकनीक 1970 के दशक में लियोनार्ड ऑर (Leonard Orr) द्वारा विकसित की गई थी।
🧘♂️ रिबर्थिंग ब्रीदवर्क ध्यान विधि: विस्तार से
🔷 1. मूल भावना
· यह मान्यता है कि हम सभी के भीतर जन्म के समय की (या उससे भी पहले की) भावनात्मक और शारीरिक स्मृतियाँ गहराई में छिपी होती हैं।
· श्वास के माध्यम से इन दबे हुए अवचेतन अनुभवों को मुक्त किया जा सकता है।
· यह प्रक्रिया "पुनर्जन्म" जैसा अनुभव देती है – जहां व्यक्ति अपने पुराने पैटर्न से मुक्त होता है और नई ऊर्जा के साथ पुनर्जन्म का अनुभव करता है।
🔷 2. मुख्य सिद्धांत
1. संपूर्ण और सजीव श्वास लेना (Full and Conscious Breathing)
o बिना रुके गहरी और सतत श्वास लेना (Inhalation और Exhalation के बीच कोई रुकावट नहीं)
2. शरीर को ढीला छोड़ना (Relaxed Body)
3. भावनात्मक मुक्तता (Emotional Release)
4. ऊर्जा प्रवाह को महसूस करना (Energy Circulation)
o कई लोगों को श्वास प्रक्रिया के दौरान शरीर में ऊर्जा का प्रवाह, कंपन, या हल्के झटके महसूस होते हैं।
🌀 विधि (Step-by-Step Process): Rebirthing Breathwork ध्यान
🔹 चरण 1: तैयारी
· शांत और सुरक्षित वातावरण चुनें (कुशन, चटाई या बिस्तर)
· एक प्रशिक्षित गाइड/फैसिलिटेटर के साथ करना बेहतर है (कम-से-कम शुरुआत में)
· सत्र का समय: आमतौर पर 45 मिनट से 1 घंटा
🔹 चरण 2: लेट जाएँ और शिथिल हो जाएँ
· पीठ के बल लेटें
· आंखें बंद करें और शरीर को पूरी तरह ढीला छोड़ें
🔹 चरण 3: श्वास प्रक्रिया शुरू करें
· नाक से ही सांस लेना और छोड़ना
· गहरी, सतत, और चक्रीय श्वास (Circular Breathing)
o सांस अंदर लें → बिना रुके → सांस बाहर छोड़ें → फिर तुरंत अंदर लें
· श्वास को जबरदस्ती न करें, बस प्राकृतिक और सतर्क बनाए रखें
· श्वास की गति धीरे-धीरे तेज हो सकती है
🔹 चरण 4: अनुभवों का स्वागत करें
· शरीर में कंपन, गर्मी, झुनझुनाहट, या भावनात्मक विस्फोट हो सकते हैं
· भय, रोना, हँसी, आभार – जो भी भावनाएँ आएँ, उन्हें रोकें नहीं
· ध्यान रहे: यह शरीर और अवचेतन की शुद्धि की प्रक्रिया है
🔹 चरण 5: विश्राम और अवशोषण (Integration)
· 30-45 मिनट के ब्रीदिंग के बाद सामान्य श्वास पर लौट आएँ
· 10-15 मिनट शांत लेटे रहें
· किसी डायरी में अनुभव लिखें
✨ लाभ (Benefits)
1. बचपन या जन्म से जुड़े अवचेतन अनुभवों की मुक्ति
2. गहरी भावनात्मक हीलिंग (Healing)
3. आत्मविश्वास और आत्म-सम्मान में वृद्धि
4. पुराने तनाव और नकारात्मक पैटर्न से मुक्ति
5. ध्यान, शांति और ऊर्जा का अनुभव
⚠️ सावधानियाँ
· उच्च रक्तचाप, मिर्गी, हृदय रोग, मानसिक अस्थिरता वाले लोगों को प्रशिक्षित गाइड के बिना यह तकनीक नहीं करनी चाहिए।
· सत्र के बाद शरीर को आराम देना आवश्यक है।
· शुरुआत में मार्गदर्शक (Facilitator) की उपस्थिति जरूरी हो सकती है।
📚 प्रेरणात्मक विचार
"हर सांस तुम्हें जीवन की गहराई से जोड़ती है; जब श्वास पूर्ण रूप से जागरूक होती है, तो तुम भी पूरी तरह से जागरूक हो जाते हो।"
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