ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन
(Transcendental Meditation)
MEDITATION TECHNIQUES
11/14/20241 मिनट पढ़ें
ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन (Transcendental Meditation)
ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन (Transcendental Meditation या TM) एक साधना प्रक्रिया है जिसे मन को शांत करने, गहरे स्तर पर विश्राम प्राप्त करने और मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार के उद्देश्य से विकसित किया गया है। इसे महर्षि महेश योगी द्वारा 1950 के दशक में विकसित किया गया था, और यह वर्तमान में दुनिया भर में लोकप्रिय है। इस प्रक्रिया में व्यक्ति ध्यान के दौरान किसी विशेष मंत्र का उपयोग करते हुए अपने मन को शांत करता है, जिससे एक गहरे ध्यान की अवस्था प्राप्त होती है।
ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन की विशेषताएँ:
1. मंत्र का उपयोग:
- इसमें एक विशेष मंत्र का उपयोग किया जाता है, जो व्यक्ति को प्रशिक्षक द्वारा उसके स्वभाव और आवश्यकता के अनुसार दिया जाता है।
- यह मंत्र व्यक्ति के विचारों को शांत करने में सहायता करता है और ध्यान की गहरी अवस्था में ले जाता है।
2. प्रक्रिया:
- TM का अभ्यास आमतौर पर दिन में दो बार किया जाता है, सुबह और शाम को, प्रत्येक सत्र लगभग 20 मिनट का होता है।
- इसे आँखें बंद करके, आराम से बैठकर किया जाता है। इस दौरान ध्यान के माध्यम से मन की गहराई में उतरने का प्रयास किया जाता है, जहां विचार स्वतः समाप्त होते जाते हैं।
3. कोई खास धार्मिक या सांस्कृतिक प्रतिबंध नहीं:
- यह ध्यान विधि धर्म या संस्कृति से बंधी नहीं है, इसे किसी भी व्यक्ति द्वारा अपनाया जा सकता है।
4. लाभ:
- मानसिक शांति और एकाग्रता: नियमित अभ्यास से व्यक्ति की मानसिक स्थिरता और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में वृद्धि होती है।
- तनाव में कमी: TM के दौरान उत्पन्न विश्राम के कारण शरीर के तनाव हार्मोन (जैसे कोर्टिसोल) के स्तर में कमी आती है।
- शारीरिक स्वास्थ्य: शोध बताते हैं कि यह उच्च रक्तचाप, चिंता, अवसाद और अनिद्रा जैसे मुद्दों में सुधार करने में सहायक है।
- सृजनात्मकता और उत्पादकता: नियमित अभ्यास से मानसिक स्पष्टता बढ़ती है जिससे सृजनात्मकता और कार्य में उत्पादकता बढ़ती है।
5. विज्ञान द्वारा समर्थित:
- विभिन्न शोधों ने इस ध्यान प्रक्रिया के लाभों को सिद्ध किया है, खासकर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर इसके सकारात्मक प्रभावों को।
ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन कैसे सीखा जा सकता है?
ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन को सीखने के लिए एक प्रशिक्षित TM प्रशिक्षक से मार्गदर्शन प्राप्त करना आवश्यक है। प्रशिक्षक व्यक्ति को उसका व्यक्तिगत मंत्र देते हैं और इसे सही ढंग से कैसे उपयोग करना है, इसकी विधि सिखाते हैं।
ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन एक ऐसी ध्यान विधि है जो साधारण दिखती है परंतु गहराई में जाकर मन की शांति और सकारात्मकता को बढ़ावा देती है।
ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन (TM) एक सरल ध्यान विधि है जो कि एक प्रशिक्षक से सीखी जाती है और इसे सही ढंग से करने के लिए एक निर्धारित प्रक्रिया का पालन किया जाता है। इसकी विधि निम्नलिखित चरणों में बताई जा सकती है:
ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन की विधि:
1. आरामदायक स्थिति में बैठें:
- किसी शांत जगह पर आरामदायक कुर्सी या फ़र्श पर बैठें। रीढ़ सीधी और कंधे ढीले रखें। यह ध्यान प्रक्रिया आँखें बंद करके की जाती है।
2. आँखें बंद करें और गहरी साँस लें:
- पहले कुछ गहरी साँसें लें और अपने शरीर को पूरी तरह से आराम दें। इससे ध्यान शुरू करने से पहले मन और शरीर की थकान कम होती है।
3. मंत्र का ध्यान करें:
- TM में एक विशिष्ट “मंत्र” का उपयोग किया जाता है, जो आमतौर पर प्रशिक्षक द्वारा दिया जाता है। यह मंत्र एक सरल ध्वनि होती है, जिसका कोई विशेष अर्थ नहीं होता।
- इस मंत्र को धीरे-धीरे मन में दोहराना शुरू करें। किसी प्रयास के बिना, इसे सहजता से दोहराते रहें।
4. विचारों को स्वाभाविक रूप से आने दें:
- ध्यान के दौरान विचार आना स्वाभाविक है। यदि ध्यान करते समय कोई विचार आए, तो उसे रोकने का प्रयास न करें। इसे बस आने दें और धीरे-धीरे मंत्र पर लौट आएं।
5. गहरे विश्राम की अवस्था में पहुँचें:
- मंत्र के माध्यम से मन गहरे और शांत विश्राम की अवस्था में प्रवेश करता है। इस दौरान विचार कम हो जाते हैं, और व्यक्ति "ट्रान्सेंडैंटल" अवस्था, यानी बिना विचारों के शांति की अवस्था, का अनुभव कर सकता है।
6. 20 मिनट तक ध्यान करें:
- ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन का एक सत्र लगभग 20 मिनट तक चलता है। इस दौरान मंत्र के साथ जुड़कर मन को गहरे विश्राम की स्थिति में ले जाने का प्रयास किया जाता है।
7. आँखें धीरे-धीरे खोलें:
- 20 मिनट के बाद, मंत्र का दोहराव धीरे-धीरे बंद कर दें और कुछ समय के लिए शांति में बैठें। फिर धीरे-धीरे आँखें खोलें और सामान्य अवस्था में लौटें।
यदि कोई प्रशिक्षक नहीं मिल पाता है, तब इनमें से कोई एक मंत्र जैसे- “ओम”, “श्रीं”, “ह्रीं”, “आं”, “हूँ”, या आप जिस धर्म को मानते है, उसके निज़ी मंत्र भी प्रयोग में ले सकते है।
ध्यान के कुछ आवश्यक निर्देश:
- दैनिक अभ्यास: दिन में दो बार 20 मिनट तक TM का अभ्यास करना चाहिए, आमतौर पर सुबह और शाम को।
- प्रयास न करें: ध्यान के दौरान मंत्र को किसी प्रयास से दोहराने की आवश्यकता नहीं होती। इसे सहजता से होने दें।
- प्रशिक्षण: इस ध्यान विधि को सही ढंग से करने के लिए किसी अनुभवी TM प्रशिक्षक से सीखना ज़रूरी है, क्योंकि प्रशिक्षक द्वारा दिए गए व्यक्तिगत मंत्र के साथ ही इसका प्रभाव बेहतर होता है।
ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन का अभ्यास करने से मानसिक शांति, आत्म-संतुलन, और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। इसे सरल और स्वाभाविक रूप से अपनाया जा सकता है, और नियमित अभ्यास से इसके लाभों का अनुभव किया जा सकता है।
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