How Control Five Kleshas through Meditation

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6/19/20251 मिनट पढ़ें

“पाँच क्लेशों पर आधारित गहन ध्यान-अभ्यास (Meditation Practice)”, जो आत्मनिरीक्षण, मानसिक शुद्धि और आंतरिक शांति की दिशा में सहायक है। यह ध्यान-पद्धति योगसूत्र के आधार पर तैयार की गई है, और प्रत्येक क्लेश पर क्रमशः कार्य करती है।

🧘‍♀️ क्लेश ध्यान-अभ्यास – पाँच स्तरों में (सप्ताहवार / दैनिक अभ्यास)

🕉️ प्रारंभिक तैयारी (5 मिनट)

  • शांत, स्वच्छ स्थान चुनें।

  • सुविधाजनक आसन में बैठें (पद्मासन / सुखासन)।

  • आंखें बंद करें, पीठ सीधी रखें।

  • 5 लंबी श्वास लें – हर श्वास में “शुद्धि” और हर प्रश्वास में “क्लेश विसर्जन” की भावना रखें।

🌑 ध्यान चरण 1: अविद्या (Ignorance) – आत्मज्ञान का अभाव

🕰 समय: 10 मिनट

🔹 ध्यान-वाक्य (Affirmation):

“मैं न शरीर हूँ, न मन – मैं शुद्ध आत्मा हूँ। जो बदलता है, वह मैं नहीं हूँ।”

🧠 अभ्यास:

  • मन में बीते दिन की घटनाओं को देखें जहाँ आपने शरीर, भावना, विचार या भूमिका को "मैं" समझा।

  • अब उस "मैं" को हटाकर चुपचाप "साक्षी" बनें।

  • बार-बार मन से कहें: “सत्य क्या है? मैं कौन हूँ?”

🕊️ भावना:

  • "मुझे सत्य देखना है, चाहे वह मेरे भ्रम को तोड़े।"

🔥 ध्यान चरण 2: अस्मिता (Ego) – 'मैं' की भ्रांति

🕰 समय: 10 मिनट

🔹 ध्यान-वाक्य:

“कर्ता परमात्मा है, मैं केवल माध्यम हूँ।”

🧠 अभ्यास:

  • दिन भर की किसी घटना को याद करें जहाँ आपने “मेरे कारण ही...” सोचा था।

  • अब उस "अहं" को देखें – क्या वह स्थायी है?

  • कल्पना करें कि आप एक खाली पात्र हैं – ईश्वर उस पात्र से कार्य कर रहा है।

🕊️ भावना:

  • "मैं विनम्र हूँ, मैं केवल एक बहाव का माध्यम हूँ।"

💓 ध्यान चरण 3: राग (Attachment) – आसक्ति का विश्लेषण

🕰 समय: 10 मिनट

🔹 ध्यान-वाक्य:

“जो भी मुझे प्रिय है, वह अनित्य है – मैं केवल ईश्वर में स्थायी सुख ढूंढता हूँ।”

🧠 अभ्यास:

  • उन वस्तुओं/व्यक्तियों को मन में लाएँ जिनसे आप अत्यधिक जुड़े हैं।

  • उनके बिना जीवन की कल्पना करें – डर/खालीपन को स्वीकारें।

  • अब उस वस्तु को “ईश्वर को समर्पित” करें।

🕊️ भावना:

  • "मैं भोगता हूँ पर बाँधता नहीं – मैं मुक्त हूँ।"

💢 ध्यान चरण 4: द्वेष (Hatred) – नकारात्मक भावनाओं का विसर्जन

🕰 समय: 10 मिनट

🔹 ध्यान-वाक्य:

“जिससे मुझे पीड़ा मिली, वह मेरे कर्म का ही फल था – मैं उसे क्षमा करता/करती हूँ।”

🧠 अभ्यास:

  • किसी ऐसे व्यक्ति/स्थिति को याद करें जिससे आपको क्रोध/घृणा है।

  • उसके दृष्टिकोण से सोचने का प्रयास करें।

  • उसे मन-ही-मन क्षमा करें और उसके लिए मंगल कामना करें।

🕊️ भावना:

  • "मुझे मुक्त होना है, मैं क्षमा और करुणा का मार्ग चुनता/चुनती हूँ।"

🕯️ ध्यान चरण 5: अभिनिवेश (Fear of Death / Clinging to Life)

🕰 समय: 10 मिनट

🔹 ध्यान-वाक्य:

“मृत्यु केवल परिवर्तन है – मैं शाश्वत आत्मा हूँ जो अमर है।”

🧠 अभ्यास:

  • "यदि आज जीवन समाप्त हो जाए..." – इस भाव से बैठें।

  • शरीर, नाम, पद, वस्त्र – सब को छोड़ने की कल्पना करें।

  • श्वास के हर उठाव में जीवन, और हर गिराव में मृत्यु को अनुभव करें।

🕊️ भावना:

  • "मैं शांति से मृत्यु को स्वीकार करता हूँ – और इस जीवन को पूर्णता से जीता हूँ।"

🪷 समापन (5 मिनट)

  • दोनों हथेलियाँ जोड़ें, मन में कहें:

“मैं अब क्लेशों से ऊपर उठ रहा हूँ। मेरा चित्त निर्मल और शांत है।”

  • ओम् शांति शांति शांति: ओम्… शांति… शांति… शांति…

📔 सुझाव: ध्यान-जर्नल प्रविष्टियाँ (Daily Reflection Prompts)

  1. आज मैंने किस क्लेश को अनुभव किया?

  2. उस स्थिति में मैं किस तरह प्रतिक्रिया कर सका/सकी?

  3. मैंने आज कितनी बार “मैं साक्षी हूँ” का अभ्यास किया?

  4. क्या मैं क्षमा कर सका/सकी? क्या मैंने कुछ छोड़ा?

  5. आज के ध्यान में क्या सबसे गहरा अनुभव हुआ?