How to Practice
"Dalai Lama"
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3/12/20251 मिनट पढ़ें
How to Practice- Dalai Lama
"How to Practice: The Way to a Meaningful Life" (कैसे अभ्यास करें: एक सार्थक जीवन का मार्ग) दलाई लामा द्वारा लिखित एक प्रेरणादायक पुस्तक है। यह पुस्तक आध्यात्मिक अभ्यास, आंतरिक शांति, करुणा और बुद्धिमत्ता को विकसित करने के तरीकों पर केंद्रित है। इसमें बताया गया है कि हम अपने जीवन को अधिक शांतिपूर्ण और अर्थपूर्ण कैसे बना सकते हैं। आइए इस पुस्तक के मुख्य बिंदुओं को विस्तार से समझते हैं:
1. आध्यात्मिक अभ्यास का महत्व
दलाई लामा के अनुसार, केवल धार्मिक गतिविधियों में संलग्न होना ही पर्याप्त नहीं है। आध्यात्मिक अभ्यास का असली उद्देश्य हमारे विचारों, भावनाओं और कार्यों को सुधारना है ताकि हम अधिक करुणामय और जागरूक जीवन जी सकें।
📌 मुख्य बातें:
आध्यात्मिकता केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है, यह हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित करती है।
सच्चा अभ्यास हमें बाहरी चीज़ों से स्वतंत्र बनाता है और आंतरिक शांति लाता है।
जीवन में स्थायी सुख पाने के लिए हमें अपने भीतर बदलाव लाना होगा।
2. नैतिक आचरण (Ethical Discipline) को अपनाना
दलाई लामा मानते हैं कि नैतिकता (Ethics) किसी भी आध्यात्मिक अभ्यास का आधार है। नैतिक आचरण के बिना ध्यान और प्रज्ञा का कोई लाभ नहीं है।
📌 मुख्य बातें:
अहिंसा और सत्यनिष्ठा (Honesty) का पालन करना चाहिए।
दूसरों के प्रति दयालु और उदार बनना चाहिए।
आत्म-अनुशासन और संयम (Self-Control) का विकास करना महत्वपूर्ण है।
नैतिकता से हमें आत्म-सम्मान मिलता है और हम बेहतर इंसान बनते हैं।
कैसे अभ्यास करें?
✔️ अपनी गलतियों को पहचानें और उन्हें सुधारने का प्रयास करें।
✔️ अपने शब्दों और कार्यों को नियंत्रित करें।
✔️ किसी भी निर्णय में दूसरों की भलाई का ध्यान रखें।
3. करुणा और प्रेम (Compassion and Love) विकसित करना
दलाई लामा का मानना है कि करुणा और प्रेम को विकसित करना सबसे महत्वपूर्ण आध्यात्मिक अभ्यास है। ये केवल भावनाएँ नहीं हैं, बल्कि एक दृष्टिकोण है जिसे हम हर परिस्थिति में अपनाते हैं।
📌 मुख्य बातें:
सच्चा प्रेम स्वार्थरहित होता है।
करुणा का अर्थ है दूसरों के दुःख को समझना और उसे कम करने का प्रयास करना।
यदि हम दूसरों के प्रति करुणा रखेंगे, तो हमारे अंदर भी शांति और आनंद बढ़ेगा।
करुणा से न केवल दूसरों की मदद होती है, बल्कि यह हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होती है।
कैसे अभ्यास करें?
✔️ प्रतिदिन दूसरों की मदद करने का प्रयास करें।
✔️ अपनी स्वार्थी प्रवृत्तियों को पहचानें और उन्हें कम करने का प्रयास करें।
✔️ किसी के प्रति गुस्सा आने पर खुद को याद दिलाएँ कि वह भी एक इंसान है, जिसकी अपनी परेशानियाँ हैं।
4. ध्यान (Meditation) और मन की शुद्धता
ध्यान (Meditation) को सही तरीके से करना सीखना किसी भी आध्यात्मिक यात्रा का अहम हिस्सा है। दलाई लामा ध्यान को आत्म-परिवर्तन और आंतरिक शांति प्राप्त करने का सबसे प्रभावी तरीका मानते हैं।
📌 मुख्य बातें:
ध्यान करने से हमारा मन शांत और केंद्रित होता है।
यह हमें अपने विचारों और भावनाओं को नियंत्रित करना सिखाता है।
ध्यान हमें वर्तमान में जीने और अपनी चिंताओं को कम करने में मदद करता है।
निरंतर अभ्यास से हम अपने नकारात्मक विचारों और भावनाओं को कम कर सकते हैं।
कैसे अभ्यास करें?
✔️ हर दिन कुछ समय के लिए ध्यान करें।
✔️ ध्यान के दौरान अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें।
✔️ अगर विचार भटकते हैं, तो धीरे-धीरे ध्यान वापस लाएँ।
✔️ सकारात्मक भावनाओं (जैसे करुणा, प्रेम और दया) पर ध्यान केंद्रित करें।
5. प्रज्ञा (Wisdom) और सही दृष्टिकोण विकसित करना
दलाई लामा कहते हैं कि ज्ञान (Wisdom) केवल किताबों से नहीं आता, बल्कि सही दृष्टिकोण और अनुभव से विकसित होता है।
📌 मुख्य बातें:
हर चीज़ को यथार्थ रूप में देखना चाहिए, न कि केवल अपनी धारणाओं के अनुसार।
हर स्थिति में निष्पक्षता (Impartiality) बनाए रखना आवश्यक है।
जीवन की अस्थिरता को समझना और उसे स्वीकार करना चाहिए।
आत्मज्ञान का सबसे बड़ा शत्रु अज्ञान (Ignorance) है, इसलिए ज्ञान प्राप्त करने के लिए सतत प्रयास करना चाहिए।
कैसे अभ्यास करें?
✔️ हर चीज़ को तटस्थ दृष्टिकोण से देखने का प्रयास करें।
✔️ अपनी धारणाओं और पूर्वाग्रहों को पहचानें और उन्हें बदलने का प्रयास करें।
✔️ हर दिन कुछ नया सीखने की आदत डालें।
6. अहंकार को कम करना और आत्म-अनुभूति विकसित करना
दलाई लामा कहते हैं कि अहंकार (Ego) आत्मज्ञान की सबसे बड़ी बाधा है। जब हम अपने आप को सबसे महत्वपूर्ण समझते हैं, तो हम दूसरों के प्रति दयालु नहीं हो सकते।
📌 मुख्य बातें:
अहंकार से हमें दूसरों से अलग होने का एहसास होता है, जबकि सच्चाई यह है कि हम सभी जुड़े हुए हैं।
अपने विचारों और इच्छाओं को सबसे ऊपर रखने से हमारा मानसिक संतुलन बिगड़ जाता है।
आत्म-अनुभूति (Self-Realization) से हमें अपनी गलतियों का एहसास होता है और हम उन्हें सुधार सकते हैं।
कैसे अभ्यास करें?
✔️ खुद को सबसे श्रेष्ठ मानने की प्रवृत्ति को पहचानें और उसे नियंत्रित करें।
✔️ दूसरों की बातों को ध्यान से सुनें और उन्हें समझने की कोशिश करें।
✔️ खुद को दूसरों की जगह रखकर सोचें कि वे कैसा महसूस कर रहे होंगे।
7. जीवन की अस्थिरता को समझना और स्वीकार करना
दलाई लामा इस तथ्य पर जोर देते हैं कि जीवन हमेशा एक जैसा नहीं रहेगा। परिवर्तन ही इस संसार का नियम है, और इसे स्वीकार करना ही सच्ची शांति प्राप्त करने का सबसे प्रभावी तरीका है।
📌 मुख्य बातें:
हर चीज़ अस्थायी (Impermanent) है, इसलिए किसी भी चीज़ के प्रति अत्यधिक लगाव (Attachment) हमें दुखी करता है।
हम जिस चीज़ को स्थायी मानते हैं, वह भी एक दिन बदल जाती है।
जीवन की अस्थिरता को समझकर हम हर क्षण को अधिक आनंद और संतोष के साथ जी सकते हैं।
कैसे अभ्यास करें?
✔️ हर अनुभव को अस्थायी मानें और उसमें जरूरत से ज्यादा उलझने से बचें।
✔️ जब कोई चीज़ या व्यक्ति आपकी ज़िंदगी से चला जाए, तो उसे स्वीकार करने का अभ्यास करें।
✔️ वर्तमान में जीने का प्रयास करें और अनावश्यक चिंता करने से बचें।
"How to Practice" एक मार्गदर्शिका है जो हमें बताती है कि कैसे नैतिक आचरण, करुणा, ध्यान, प्रज्ञा और अहंकार-मुक्त जीवन को अपनाकर हम अपने जीवन को अधिक सार्थक बना सकते हैं।
📖 मुख्य संदेश:
सच्ची खुशी बाहरी चीजों में नहीं, बल्कि हमारे अंदर है।
नैतिक आचरण, करुणा और ध्यान से मानसिक शांति प्राप्त होती है।
जीवन में बदलाव को स्वीकार करने से दुख कम होता है।
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