Mindful Living-Tessa Watt

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4/8/20251 मिनट पढ़ें

Mindful Living-Tessa Watt

"Mindful Living" किताब को Tessa Watt ने लिखा है, जो एक मशहूर माइंडफुलनेस टीचर और लेखक हैं। यह किताब माइंडफुलनेस (सचेत जीवन जीने की कला) को साधारण भाषा में समझाने और दैनिक जीवन में अपनाने में मदद करती है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं:

🧘‍♀️ 1. माइंडफुलनेस की मूल बातें (Basics of Mindfulness)

माइंडफुलनेस का अर्थ:

"माइंडफुलनेस" का शाब्दिक अर्थ है – पूर्ण चेतना के साथ वर्तमान पल में जीना।
हममें से अधिकतर लोग या तो भूतकाल की बातों में खोए रहते हैं या भविष्य की चिंता में डूबे रहते हैं, जिससे हम वर्तमान पल को जी नहीं पाते।

Tessa Watt कहती हैं कि जब हम माइंडफुल होते हैं, तो हम:

  • अपने सोचने के ढंग को पहचान पाते हैं

  • अपने भावनाओं को नियंत्रित कर पाते हैं

  • जीवन को गहराई से अनुभव कर पाते हैं

माइंडफुलनेस की उत्पत्ति:

  • यह अभ्यास बौद्ध ध्यान (Buddhist Meditation) से आया है

  • लेकिन यह अब एक वैज्ञानिक रूप से सिद्ध मानसिक अभ्यास बन गया है, जिसका प्रयोग स्वास्थ्य, शिक्षा और कॉर्पोरेट जगत में भी हो रहा है

🧘‍♂️ 2. ध्यान (Meditation) के व्यावहारिक तरीके

Tessa Watt किताब में माइंडफुलनेस को अपनाने के कई सरल तरीके बताती हैं, जैसे:

📌 (a) माइंडफुल ब्रीदिंग (सांसों पर ध्यान देना):

  • शांत बैठ जाइए

  • अपनी सांसों को महसूस कीजिए – नाक से अंदर आना और बाहर जाना

  • मन अगर भटके, तो धीरे से ध्यान वापस लाएं

📌 (b) बॉडी स्कैन मेडिटेशन:

  • शरीर के हर भाग पर ध्यान दें, सिर से पांव तक

  • हर अंग को महसूस करें, बिना कोई निर्णय लिए

📌 (c) माइंडफुल वॉकिंग:

  • चलते समय केवल चलने पर ध्यान दें

  • कदमों की गति, जमीन का स्पर्श, सांसों की लय पर फोकस करें

📌 (d) माइंडफुल ईटिंग:

  • खाना खाते समय सिर्फ खाना खाएं

  • उसके स्वाद, खुशबू, बनावट को महसूस करें

  • टीवी, फोन से दूर रहें

यह अभ्यास हमारे दिमाग को शांति और स्थिरता देता है।

🌪️ 3. तनाव और चिंता से मुक्ति

Tessa इस बात पर जोर देती हैं कि माइंडफुलनेस:

  • तनाव को कम करता है

  • चिंता और डर से बाहर निकलने में मदद करता है

  • मानसिक स्पष्टता (mental clarity) लाता है

उदाहरण:

मान लीजिए आपको किसी काम की डेडलाइन की चिंता है। माइंडफुलनेस आपको उस भावना को पहचानने, उसे स्वीकार करने, और फिर धीरे-धीरे उससे पार पाने में मदद करती है।

👨‍👩‍👧‍👦 4. रिश्तों में माइंडफुलनेस का महत्व

हम अक्सर रिश्तों में जल्दबाज़ी, ग़लतफ़हमी और अनसुनी की वजह से दूरियाँ बना लेते हैं।
Tessa
कहती हैं कि माइंडफुलनेस के ज़रिए:

  • हम दूसरों की सुनने की कला सीखते हैं

  • बिना प्रतिक्रिया दिए, पहले समझने की कोशिश करते हैं

  • यह रिश्तों में गहराई और करुणा लाता है

🏠 5. व्यस्त जीवन में माइंडफुलनेस कैसे लाएं?

आजकल हर कोई व्यस्त है – काम, परिवार, सोशल मीडिया, मोबाइल…
Tessa
कहती हैं कि हमें माइंडफुलनेस को कोई अलग काम नहीं, बल्कि हर काम के साथ जोड़ना है।

उदाहरण:

  • नहाते समय पानी की बूंदों को महसूस करें

  • कपड़े धोते समय केवल कपड़े धोने पर ध्यान दें

  • मोबाइल का इस्तेमाल करते समय खुद से पूछें – क्या मैं इस वक्त वाकई यही करना चाहता हूँ?”

🍃 6. माइंडफुल जीवनशैली (Mindful Living)

Mindful Living का अर्थ है – एक ऐसा जीवन जो ध्यान, संतुलन, और आत्म-जागरूकता से भरा हो।

Tessa सुझाव देती हैं कि:

  • हर दिन 5 से 10 मिनट माइंडफुल अभ्यास करें

  • धीरे-धीरे पूरे दिन में माइंडफुलनेस के छोटे-छोटे पल जोड़ें

  • डिजिटल डिटॉक्स करें (मोबाइल और स्क्रीन टाइम कम करें)

  • प्रकृति के साथ जुड़ें – पेड़, फूल, बारिश, धूप को महसूस करें

अब आप और गहराई में जाना चाहते हैं – यह माइंडफुलनेस के अभ्यास की शुरुआत का एक बेहतरीन संकेत है।

अब मैं आपके लिए तीन भागों में जानकारी दूंगा:

  1. 🧘‍♀️ माइंडफुलनेस अभ्यासों की सूची

  2. 🕰️ प्रतिदिन की माइंडफुल रूटीन

  3. 📓 माइंडफुल जर्नलिंग टिप्स

🧘‍♀️ 1. माइंडफुलनेस अभ्यासों की सूची (Mindfulness Exercises List)

ये सभी अभ्यास Tessa Watt की किताब Mindful Living से प्रेरित हैं:

1. माइंडफुल ब्रीदिंग (Mindful Breathing)

  • 5 मिनट तक बस अपनी सांस पर ध्यान दें।

  • जैसे ही साँस आती है और जाती है, केवल उसे महसूस करें।

2. थ्री- मिनट ब्रेथिंग स्पेस

  • दिन में किसी भी समय, रुक कर 3 मिनट के लिए:

    • अभी कैसा महसूस हो रहा है?

    • शरीर में क्या चल रहा है?

    • सांस की गति पर ध्यान दें

3. माइंडफुल ईटिंग (Mindful Eating)

  • एक बार भोजन करते समय TV या मोबाइल बंद करें।

  • एक-एक कौर को ध्यान से खाएं। स्वाद, गंध और बनावट को महसूस करें।

4. माइंडफुल वॉकिंग (Mindful Walking)

  • टहलते समय कदमों की आवाज, धरती का स्पर्श, हवा का एहसास महसूस करें।

  • सोचों में ना खोएं, बस चलने का अनुभव करें।

5. माइंडफुल चाय पीना

  • चाय या कॉफी पीते समय पूरी उपस्थिति के साथ बैठें।

  • हर घूंट को महसूस करें, उसका तापमान, स्वाद, शरीर की प्रतिक्रिया।

6. शरीर स्कैन (Body Scan Meditation)

  • रात को सोने से पहले या सुबह शरीर के हर भाग पर ध्यान लगाएँ – सिर से पाँव तक।

🕰️ 2. प्रतिदिन की माइंडफुल रूटीन (Daily Mindful Routine)

समय अभ्यास अवधि

सुबह 5 मिनट माइंडफुल ब्रीदिंग 5 मिनट

नाश्ते पर माइंडफुल ईटिंग 10 मिनट

काम से पहले थ्री-मिनट ब्रेथिंग स्पेस 3 मिनट

दोपहर में 5 मिनट माइंडफुल वॉक 5 मिनट

शाम को माइंडफुल चाय पीना 10 मिनट

रात को बॉडी स्कैन मेडिटेशन 10 मिनट

अगर आपके पास ज़्यादा समय नहीं है, तो 5-10 मिनट भी काफी हैं। नियमितता ज़रूरी है, मात्रा नहीं।

📓 3. माइंडफुल जर्नलिंग टिप्स (Mindful Journaling Tips)

माइंडफुल जर्नलिंग का उद्देश्य है — अपने मन और भावनाओं को समझना और स्वीकारना।

✍️ शुरुआत कैसे करें?

  • हर दिन 5-10 मिनट के लिए शांत बैठें

  • नीचे दिए गए प्रश्नों में से किसी एक पर लिखना शुरू करें

🧠 प्रश्न जो आप जर्नल में लिख सकते हैं:

  1. आज मैं कैसा महसूस कर रहा हूँ? (शारीरिक और मानसिक रूप से)

  2. आज किस पल में मैंने खुद को पूरी तरह से उपस्थित पाया?

  3. क्या आज कोई ऐसा क्षण था जब मैंने रुककर गहराई से सांस ली?

  4. आज मैंने किस बात के लिए कृतज्ञता (gratitude) महसूस की?

  5. आज मैं किस सोच या भावना को जाने देना चाहता हूँ?

  6. मुझे आज सबसे ज़्यादा खुशी कब महसूस हुई और क्यों?

🕯️ अतिरिक्त सुझाव:

  • लिखते समय खुद को जज न करें

  • ईमानदार रहें, और जो मन में है वही उतरने दें

  • चाहें तो आर्ट या डूडलिंग का इस्तेमाल करें

🪷 निष्कर्ष:

“Mindful Living कोई धर्म नहीं, कोई जटिल नियम नहीं – यह केवल वर्तमान क्षण को पूरी तरह जीने की एक कला है।

यह किताब हमें सिखाती है कि खुश रहना बाहर नहीं, भीतर से शुरू होता है
माइंडफुलनेस से हम खुद के और अपने आस-पास की दुनिया के साथ फिर से गहरा जुड़ाव बना सकते हैं।