Mindfulness in Plain English

"Bhante Henepola Gunaratana"

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11/22/20241 मिनट पढ़ें

Mindfulness in Plain English-Bhante Henepola Gunaratana

"Mindfulness in Plain English" (हिंदी में "साधारण अंग्रेजी में सचेतनता") एक प्रसिद्ध पुस्तक है, जिसे श्रीलंका के भिक्षु भंते हेनपोला गुणरतना ने लिखा है। यह पुस्तक ध्यान, सचेतनता (माइंडफुलनेस), और विपश्यना ध्यान के अभ्यास को सरल और व्यावहारिक भाषा में समझाने के लिए जानी जाती है। यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है, जो ध्यान के प्रति नए हैं या इसे अपनी जीवनशैली में शामिल करना चाहते हैं। आइए इस पुस्तक के प्रमुख पहलुओं को विस्तार से समझते हैं:

पुस्तक की मुख्य बातें:

1. माइंडफुलनेस (सचेतनता) का परिचय:

  • माइंडफुलनेस का अर्थ है वर्तमान क्षण में पूरी तरह से जागरूक और सजग रहना।

  • यह बिना किसी आलोचना या निर्णय के अपने विचारों, भावनाओं और संवेदनाओं को देखने की कला है।

2. विपश्यना ध्यान का महत्व:

  • विपश्यना का अर्थ है "जैसा है, वैसा देखना"।

  • यह बौद्ध परंपरा का एक प्राचीन ध्यान अभ्यास है, जिसका उद्देश्य मानसिक शुद्धता और अंतर्दृष्टि को विकसित करना है।

3. ध्यान के बारे में गलत धारणाएं:

  • लेखक बताते हैं कि ध्यान कोई जादुई या रहस्यमय प्रक्रिया नहीं है।

  • यह मस्तिष्क को शांत और केंद्रित करने की तकनीक है, जिसे कोई भी व्यक्ति सीख सकता है।

4. ध्यान करने के व्यावहारिक सुझाव:

  • ध्यान के लिए किसी विशेष स्थान या समय की आवश्यकता नहीं होती।

  • श्वास (सांस) पर ध्यान केंद्रित करना, सचेतनता विकसित करने का पहला कदम है।

  • ध्यान में आने वाली बाधाओं, जैसे बेचैनी, आलस्य, या अशांति से निपटने के तरीके भी सुझाए गए हैं।

5. सत्य और आत्म-अनुभव की खोज:

  • ध्यान का अंतिम उद्देश्य अपने भीतर छिपे सत्य को खोजना है।

  • यह प्रक्रिया व्यक्ति को अधिक धैर्यवान, शांतिपूर्ण और आत्म-जागरूक बनाती है।

लेखक की शैली और दृष्टिकोण:

भंते गुणरतना ने ध्यान और माइंडफुलनेस के जटिल विषयों को बहुत ही साधारण भाषा और जीवन के व्यावहारिक उदाहरणों के माध्यम से समझाया है। पुस्तक न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य और जीवन में संतुलन लाने के लिए भी उपयोगी है।

पुस्तक से कुछ प्रेरणादायक बातें:

  1. "ध्यान का मतलब यह नहीं है कि आप किसी चीज़ से भाग रहे हैं, बल्कि यह समझ रहे हैं कि आप उससे जुड़े हुए हैं।"

  2. "आपके मन की गहराई में शांति और खुशी पहले से ही मौजूद हैं, आपको केवल इसे देखना और अनुभव करना है।"

पुस्तक किसके लिए उपयोगी है?

  • जो ध्यान और माइंडफुलनेस के प्रति नए हैं।

  • जो अपनी व्यस्त दिनचर्या में मानसिक शांति और जागरूकता लाना चाहते हैं।

  • जो बौद्ध ध्यान अभ्यास को समझना और अपनाना चाहते हैं।

भंते हेनपोला गुणरतना की पुस्तक "Mindfulness in Plain English" ध्यान और माइंडफुलनेस को सरल और व्यावहारिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत करती है। यह पुस्तक न केवल ध्यान अभ्यास की तकनीकों को बताती है, बल्कि इसके दार्शनिक और मानसिक लाभों को भी गहराई से समझाती है। नीचे पुस्तक के कुछ मुख्य विचारों को विस्तार से बताया गया है:

1. माइंडफुलनेस का महत्व और अर्थ

माइंडफुलनेस का मूल अर्थ है "वर्तमान क्षण में पूरी जागरूकता के साथ उपस्थित रहना।"

  • जब हम माइंडफुलनेस का अभ्यास करते हैं, तो हम अपने विचारों, भावनाओं और शारीरिक संवेदनाओं को बिना किसी पूर्वाग्रह या आलोचना के देखते हैं।

  • माइंडफुलनेस का उद्देश्य "अतीत के पछतावे" और "भविष्य की चिंता" से मुक्त होकर वर्तमान में जीना है।

  • लेखक इसे "अच्छा और सटीक देखने की कला" कहते हैं, जहां हर चीज को उसके वास्तविक स्वरूप में देखा जाता है।

उदाहरण:

यदि कोई व्यक्ति गुस्से में है, तो माइंडफुलनेस का अभ्यास करते हुए वह अपने गुस्से को केवल एक भावना के रूप में देख सकता है, न कि इसे अपनी पहचान का हिस्सा बना लेता है।

2. विपश्यना ध्यान (Vipassana Meditation):

विपश्यना ध्यान इस पुस्तक का प्रमुख केंद्र है।

  • विपश्यना का अर्थ है "गहराई से देखना" या "जैसा है वैसा देखना।"

  • यह ध्यान का एक ऐसा रूप है, जो हमारी मानसिक और भावनात्मक आदतों को पहचानने और उन्हें नियंत्रित करने में मदद करता है।

  • यह अभ्यास व्यक्ति को अपने भीतर छिपी अस्थिरता, दुःख, और असंतोष को समझने में मदद करता है।

मुख्य कदम:

  • अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करना।

  • ध्यान से अपने शरीर और मन में हो रहे परिवर्तनों को देखना।

  • किसी भी भावना को दबाने की बजाय उसे जागरूकता के साथ स्वीकार करना।

3. ध्यान से जुड़े मिथक और भ्रम

भंते गुणरतना ने ध्यान से जुड़े कुछ आम मिथकों को दूर किया है:

  • मिथक: ध्यान केवल भिक्षुओं या धार्मिक व्यक्तियों के लिए है।

    • सत्य: ध्यान हर व्यक्ति के लिए है, चाहे उसका जीवन कैसा भी हो।

  • मिथक: ध्यान करते समय मन को पूरी तरह खाली करना होता है।

    • सत्य: ध्यान का उद्देश्य विचारों को रोकना नहीं, बल्कि उन्हें देखना और समझना है।

  • मिथक: ध्यान के लिए घंटों अभ्यास करना जरूरी है।

    • सत्य: ध्यान को किसी भी समय, कहीं भी, और छोटे सत्रों में भी किया जा सकता है।

4. ध्यान का विज्ञान और मनोविज्ञान

  • लेखक ने बताया है कि ध्यान का मस्तिष्क और मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है।

  • माइंडफुलनेस और ध्यान के नियमित अभ्यास से तनाव, चिंता, और अवसाद को कम किया जा सकता है।

  • यह मन को शांत और सकारात्मक बनाता है, जिससे जीवन में खुशी और संतोष बढ़ता है।

5. ध्यान में आने वाली बाधाओं से निपटना:

ध्यान करते समय कई बार लोग परेशानियों का सामना करते हैं, जैसे:

  1. मन का भटकना:

    • जब ध्यान करते समय मन भटकने लगे, तो इसे स्वाभाविक मानें और इसे धीरे-धीरे वापस सांस पर केंद्रित करें।

  2. उबाऊ महसूस होना:

    • ध्यान में धैर्य बनाए रखें और इसे अपनी दैनिक आदत का हिस्सा बनाएं।

  3. शारीरिक असुविधा:

    • आरामदायक मुद्रा में बैठें और अपने शरीर की स्थितियों को समझें।

6. जीवन में ध्यान का उपयोग:

लेखक बताते हैं कि माइंडफुलनेस केवल ध्यान के दौरान नहीं, बल्कि जीवन के हर पहलू में उपयोगी है:

  • खाने के दौरान माइंडफुलनेस:

    • खाने के स्वाद, गंध, और बनावट को पूरी तरह महसूस करें।

  • काम के दौरान माइंडफुलनेस:

    • हर काम को पूरी सजगता और समर्पण के साथ करें।

  • चलने के दौरान माइंडफुलनेस:

    • अपने कदमों को महसूस करें और हर कदम को ध्यानपूर्वक उठाएं।

7. नैतिकता और ध्यान का संबंध:

  • लेखक बताते हैं कि ध्यान नैतिकता (Ethics) से गहराई से जुड़ा है।

  • जब हम माइंडफुलनेस का अभ्यास करते हैं, तो हमारे भीतर करुणा (Compassion), प्रेम, और दूसरों के प्रति सम्मान विकसित होता है।

  • यह नैतिक निर्णय लेने की हमारी क्षमता को मजबूत करता है।

8. परिणाम: ध्यान का अंतिम उद्देश्य

  • ध्यान का उद्देश्य सिर्फ शांति और खुशी पाना नहीं है, बल्कि अपने भीतर छिपे "सत्य" और "स्व" को पहचानना है।

  • यह हमें जीवन की अनिश्चितताओं और समस्याओं को स्वीकार करने और उनसे ऊपर उठने की क्षमता देता है।

  • ध्यान हमें जीवन के "तीन लक्षणों" को समझने में मदद करता है:

    • अनित्य (Impermanence): सब कुछ अस्थायी है।

    • दुःख (Suffering): जीवन में असंतोष और दुःख का होना स्वाभाविक है।

    • अनात्म (Selflessness): स्थायी "स्व" का कोई अस्तित्व नहीं है।

पुस्तक "Mindfulness in Plain English" केवल ध्यान की तकनीकों को सिखाने वाली गाइड नहीं है, बल्कि यह जीवन के प्रति हमारा दृष्टिकोण बदलने वाली प्रेरणादायक पुस्तक है।

  • यह हमें सिखाती है कि कैसे माइंडफुलनेस और ध्यान का उपयोग करके हम जीवन को अधिक अर्थपूर्ण, शांतिपूर्ण, और आनंदपूर्ण बना सकते हैं।

  • यह पुस्तक विशेष रूप से उन लोगों के लिए उपयुक्त है, जो मानसिक शांति और जागरूकता को बढ़ाने के लिए एक सरल और व्यावहारिक मार्गदर्शन चाहते हैं।

    ज्यादा जानकारी के लिए पुस्तक /किताब पढ़े ।