The Seven Spiritual Laws of Success
"Deepak Chopra"
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11/29/20241 मिनट पढ़ें
The Seven Spiritual Laws of Success-Deepak Chopra
"The Seven Spiritual Laws of Success" किताब, जिसे Deepak Chopra ने लिखा है, जीवन को संतुलित, सफल और आनंदित बनाने के लिए आध्यात्मिक और प्राचीन ज्ञान को सरल और प्रभावी नियमों में प्रस्तुत करती है। इस किताब का मुख्य उद्देश्य यह सिखाना है कि सच्ची सफलता केवल भौतिक संपत्ति और उपलब्धियों में नहीं है, बल्कि यह हमारे जीवन की संपूर्णता, आंतरिक शांति और दूसरों के प्रति करुणा में निहित है।
किताब का सारांश:
दीपक चोपड़ा ने अपनी इस किताब में सात आध्यात्मिक नियमों का वर्णन किया है। ये नियम हमें बताते हैं कि हम अपनी क्षमताओं को कैसे पहचानें और अपनी पूरी ऊर्जा और आत्मा को जीवन के हर पहलू में लगाकर सफलता प्राप्त करें।
1. शुद्ध संभावना का नियम (The Law of Pure Potentiality)
मुख्य विचार:
इस नियम के अनुसार, हम सभी असीमित शुद्ध संभावनाओं से बने हैं। जब हम अपने सच्चे आत्म (self) को पहचानते हैं और अपनी आत्मा के साथ जुड़ते हैं, तो हम अपने जीवन में असीमित संभावनाओं को आकर्षित कर सकते हैं।
इसे कैसे अपनाएं:
मौन और ध्यान का अभ्यास करें: रोजाना कुछ समय के लिए शांत रहकर ध्यान लगाएं।
प्रकृति से जुड़ें: प्रकृति के साथ समय बिताएं और उसकी अद्भुतता को महसूस करें।
निर्णय-रहित रहें: किसी भी परिस्थिति में आलोचना और निर्णय से बचें। यह हमें वर्तमान क्षण में जीने में मदद करता है।
2. देना और प्राप्ति का नियम (The Law of Giving and Receiving)
मुख्य विचार:
जीवन का आधार प्रवाह (flow) है। यह नियम कहता है कि जितना हम देंगे, उतना ही हमें वापस मिलेगा। यह नियम केवल धन पर ही नहीं, बल्कि प्रेम, करुणा और समर्थन पर भी लागू होता है।
इसे कैसे अपनाएं:
देने की आदत डालें: हर दिन किसी को कुछ दें—एक स्माइल, प्रशंसा, मदद या भौतिक चीज़ें।
आभार प्रकट करें: प्राप्त होने वाले हर अनुभव और चीज़ के लिए आभारी रहें।
स्वाभाविक प्रवाह में रहें: बिना अपेक्षा के दें, और बिना जकड़न के प्राप्त करें।
3. कर्म या कारण और प्रभाव का नियम (The Law of Karma or Cause and Effect)
मुख्य विचार:
यह नियम कहता है कि हमारे हर कार्य का परिणाम होता है। हम जो भी करते हैं, उसका प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ता है। सही विकल्प हमें सही परिणाम देता है।
इसे कैसे अपनाएं:
सजगता से कार्य करें: हर निर्णय लेने से पहले सोचें कि इसका परिणाम क्या होगा।
अपने उद्देश्य को समझें: कार्य करने से पहले खुद से पूछें, "क्या यह निर्णय मेरे और दूसरों के लिए शुभ होगा?"
अपने दिल की सुनें: अपने निर्णयों को अंतर्ज्ञान और नैतिकता से प्रेरित करें।
4. न्यूनतम प्रयास का नियम (The Law of Least Effort)
मुख्य विचार:
यह नियम बताता है कि सफलता कठिन प्रयासों से नहीं, बल्कि स्वाभाविकता और सहजता से प्राप्त होती है। प्रकृति हमें सिखाती है कि कैसे न्यूनतम प्रयास से हम अधिकतम हासिल कर सकते हैं।
इसे कैसे अपनाएं:
स्वीकृति को अपनाएं: वर्तमान परिस्थिति को जैसा है वैसा स्वीकार करें।
जिम्मेदारी लें: किसी भी स्थिति के लिए दोषारोपण करने की बजाय समाधान खोजें।
विरोध न करें: प्रवाह के साथ चलें और अनावश्यक संघर्ष से बचें।
5. इरादे और इच्छा का नियम (The Law of Intention and Desire)
मुख्य विचार:
हमारे इरादे और इच्छाएं हमारी वास्तविकता को आकार देते हैं। जब हम अपनी इच्छाओं को शुद्ध इरादे के साथ भेजते हैं, तो ब्रह्मांड उन्हें पूरा करने में मदद करता है।
इसे कैसे अपनाएं:
अपनी इच्छाओं को स्पष्ट करें: लिखें कि आप क्या चाहते हैं।
इच्छाओं को जाने दें: अपनी इच्छाओं को ब्रह्मांड में छोड़ दें और उन पर अति ध्यान देने से बचें।
वर्तमान में रहें: अपने कार्यों को इस क्षण में करें और परिणाम की चिंता न करें।
6. अनासक्ति का नियम (The Law of Detachment)
मुख्य विचार:
सच्ची सफलता का आधार अनासक्ति (detachment) है। इसका अर्थ यह है कि हमें परिणाम से बंधे बिना अपनी पूरी ऊर्जा को कार्य में लगाना चाहिए।
इसे कैसे अपनाएं:
जकड़न को छोड़ें: अपनी इच्छाओं के परिणाम को नियंत्रित करने का प्रयास न करें।
अनिश्चितता को अपनाएं: भविष्य के बारे में चिंतित होने की बजाय अनिश्चितता का स्वागत करें।
अवसरों को पहचानें: अनिश्चितता के बीच नए अवसरों को तलाशें।
7. धर्म का नियम (The Law of Dharma or Purpose in Life)
मुख्य विचार:
प्रत्येक व्यक्ति के जीवन का एक विशेष उद्देश्य होता है। जब हम अपने उद्देश्य को पहचानते हैं और उसे पूर्णता के साथ जीते हैं, तो हम न केवल अपने लिए, बल्कि दूसरों के लिए भी सुख और सफलता लाते हैं।
इसे कैसे अपनाएं:
अपनी क्षमताओं को पहचानें: जानें कि आपकी सबसे बड़ी ताकत क्या है।
सेवा करें: अपनी क्षमताओं का उपयोग दूसरों की भलाई के लिए करें।
जुनून का पालन करें: वह करें जिससे आपको खुशी मिलती है।
किताब का संदेश:
सफलता का सही अर्थ: सच्ची सफलता केवल धन, प्रसिद्धि या शक्ति में नहीं है। यह आत्मा की पूर्णता, आंतरिक शांति, और दूसरों के साथ सामंजस्यपूर्ण संबंधों में है।
प्रकृति से सीखें: प्राकृतिक दुनिया में हर चीज शांति, सरलता और संतुलन से कार्य करती है। हमें भी अपनी ऊर्जा और प्रयासों को इसी तरह व्यवस्थित करना चाहिए।
आध्यात्मिक जागरूकता: भौतिक सफलता के साथ आध्यात्मिक जागरूकता होना जरूरी है। यह हमें संतुलित और संतोषपूर्ण जीवन जीने में मदद करता है।
"The Seven Spiritual Laws of Success" एक मार्गदर्शक पुस्तक है जो न केवल सफलता के भौतिक पहलुओं को संबोधित करती है, बल्कि हमें मानसिक और आध्यात्मिक विकास की ओर भी प्रेरित करती है। दीपक चोपड़ा ने इस किताब के माध्यम से यह सिखाया है कि कैसे हम अपनी आंतरिक शक्ति, शांति और सामंजस्य का उपयोग करके जीवन को सुखद और सफल बना सकते हैं।
यह किताब उन लोगों के लिए एक प्रेरणा है जो न केवल भौतिक उपलब्धियों में, बल्कि अपने पूरे जीवन में संतुलन और समृद्धि लाना चाहते हैं।
"The Seven Spiritual Laws of Success" का सार इस बात पर आधारित है कि सच्ची सफलता केवल भौतिक धन या उपलब्धियों से नहीं, बल्कि मानसिक शांति, आध्यात्मिक संतुलन और जीवन में दूसरों के साथ सामंजस्य स्थापित करने से प्राप्त होती है।
किताब के मुख्य विचारों का सार:
शुद्ध संभावना (Pure Potentiality)
आप असीमित संभावनाओं के स्रोत हैं। मौन, ध्यान और प्रकृति से जुड़कर अपनी आंतरिक शक्ति को पहचानें।देना और प्राप्त करना (Giving and Receiving)
जीवन का सार प्रवाह में है। जितना आप देंगे, उतना ही वापस पाएंगे। प्रेम, करुणा, और मदद को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं।कर्म (Karma)
हर क्रिया का परिणाम होता है। अपने कार्यों को सावधानी और नैतिकता के साथ करें। सही निर्णय लेने के लिए अंतर्ज्ञान का पालन करें।न्यूनतम प्रयास (Least Effort)
सफलता संघर्ष से नहीं, बल्कि स्वाभाविकता और स्वीकार्यता से मिलती है। वर्तमान को जैसा है, वैसा अपनाएं और अनावश्यक संघर्ष से बचें।इरादे और इच्छा (Intention and Desire)
अपनी इच्छाओं को स्पष्ट करें और उन्हें शुद्ध इरादे के साथ ब्रह्मांड में छोड़ दें। बिना परिणाम की चिंता किए वर्तमान में कार्य करें।अनासक्ति (Detachment)
अपनी इच्छाओं के परिणामों से जुड़ाव छोड़ें। अनिश्चितता को स्वीकार करें और नए अवसरों का स्वागत करें।धर्म (Dharma)
हर व्यक्ति का जीवन एक उद्देश्य के साथ है। अपनी अनोखी क्षमताओं का उपयोग करके अपने जीवन का उद्देश्य पहचानें और दूसरों की सेवा करें।
संदेश:
सफलता का अर्थ है आत्मिक शांति, जीवन में संतुलन और दूसरों के साथ सामंजस्यपूर्ण संबंध। ये सात आध्यात्मिक नियम आपके जीवन को समृद्ध और सफल बनाने में मदद करते हैं।
उपरोक्त सार केवल जानकारी के लिए है , ज्यादा जानने के लिए किताब जरूर पढ़े ।
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